सहजन खाने के फायदे और नुकसान । Drumstick in Hindi

सहजन खाने के फायदे और नुकसान । 6 Best Benefits of Drumstick in Hindi

सहजन खाने के फायदे और नुकसान । Drumstick in Hindi

 सहजन एक अद्भुत पेड़ (Drumstick is a wonder tree)

सहजन एक बहुत उपयोगी पेड़ है, उसे औषधीय पेड़ भी कहा जाता है। सहजन को हिन्दी मे सहजन, सजन या मोरिंगा जैसे नामो से जाना जाता है।  सहजन जिसका वैज्ञानिक नाम मोरिंगा ओलीफेरा(Moringa oleifera) है। सहजन के पेड़ भारत मे ज्यादातर दिखाई देते है। सहजन के पेड़ के सभी हिस्से गुणकारी है, उसका पत्ते, फल, फूल, छाल, बीज, जड़े सभी औषधि और पोषण से भरपूर है। सहजन में कई प्रकार के फिनॉलिक पाए जाते है, जैसे की बीटा कैरोटिन, एमिनो एसिड पाए जाते है। सहजन की डालियों और पत्तियों से कई बीमारियों का इलाज होता है। इसकी फलियों से सब्जी, दाल, सांभर बनाए जाते है। दक्षिण भारत के रसोईघर सहजन मे ज्यादा उपयोग होता है।

सहजन के फायदे (Benefits of Drumstick)

त्वचा को चमकदार बनाने में [Shjan Ki Fali Ke Fayde ]

सहजन मे विटामिन A की मात्रा ज्यादा होती है, इसलिए सहजन की फली से बनी सब्जियां खाने से या फिर इस के बीज का तेल की त्वचा पर मसाज करने से त्वचा की चमक हमेशा बरकरार रहती है। सहजन मे मौजूद विटामिन ए त्वचा की सुंदरता को बरकरार रखने का काम करता है। सहजन के सेवन से शरीर को अंदरूनी सफाई करता है, और त्वचा को निखारता है। जिसकी वजह से त्वचा भी खिल उठती है। यही नहीं सहजन चेहरे पर होने वाले पिंपल्स को भी खत्म करता है।

और पढे ; गोखरू के फायदे: 5 Best Benefits of Consuming Gokharu

क्या सहजन से स्पर्म काउंट बढ़ता है? [ Does drumstick increase sperm count? ]

सहजन के फल की सहायता से शुक्राणुओं की संख्या बढ़ती है, और उनकी गुणवत्ता में भी काफी सुधार होता है। पुरुषों मे शुक्राणुओ की संख्या भी है, और साथ मे वीर्य को भी गाड़ा करता है। सहजन के उपयोग से महिलाओ की कई परेशानीयॉ जैसे की महावारी में महिलाओं को जो परेशानियों होती है, इसे दूर करता है। सहजन का सेवन से महिलाओं को गर्भाशय की समस्याओं से भी बचाता है।

क्या बच्चों को सहजन दी जा सकती है? [Can drumstick be given to children? ]

छोटे शिशुओं की तंदुरुस्ती के लिए भी सहजन का सेवन महत्वपूर्ण माना जाता है। आपको बता दें कि सहजन में भरपूर मात्रा मे कैल्शियम, विटामिन A, विटामिन C,  लोहा, मैग्नीशियम, फास्फोरस,आयरन, प्रोटीन, एंटीऑक्सीडेंट आदि पाए जाते हैं।सहजन मे मौजूद कैल्शियम से बच्चों के शरीर में हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाने का काम करता है। यह बच्चों की मांस पेशियों को मजबूत बनाता है। सहजन के सेवन से बच्चों की रोगप्रतिकारक शक्ति को बढ़ाता है। जिसकी वजह से बच्चे बीमारी का खतरे से दूर रहते है। सहजन बच्चों को ऊर्जा प्रदान करता है। जो बच्चों को शारीरिक रूप से सक्रिय बनाने का काम करता है। सहजन बच्चों के मस्तिष्क का विकास करता है, और उसे ध्यान केंद्रित करने की क्षमता देता है।

सर दर्द के उपचार में  सहजन के फायदे [drumstick benefits in hindi  ]

सहजन मे एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-माइक्रोबियल गुण मौजूद होते है, जो साइनस के कारण होने वाली सूजन और दर्द को कम करने में मदद करने का काम करता है। सहजन मे मौजूद यौगिक सूजन drumstick benefits in hindi को कम करने का काम करता है, जिसकी वजह से तनाव कम होता है। सहजन मे मैग्नीशियम और पोटैशियम जैसे खनिज होते है, जो तनाव को कम करता है। तनाव की वजह से भी होनेवाला सिरदर्द मे राहत मिलती है। सहजन का सेवन रक्तप्रवाह को बढ़ाता है, जिसकी वजह से मस्तिष्क मे ऑक्सीजन की पूर्ति होती है और सिरदर्द मे राहत मिलती है।

और पढे ; काली मिर्च के फायदे | 7 Best Benefits of Black Pepper.

उच्च रक्तचाप में सहजन की पत्तियों [sahjan ke patte ke fayde ]

उच्च रक्तचाप से पीड़ित व्यक्ति भी सहजन से राहत पा सकते हैं सहजन मे   क्वेरसेटिन (quercetin) और क्लोरोजेनिक एसिड (chlorogenic acid) जैसेएंटीऑक्सीडेंट होते हैं, यह एंटीऑक्सीडेंट रक्तवाहिकाओ रिलेक्स करता है, और ब्लड प्रेशर को कम करने का काम करता है। सहजन की पत्तियों का काढ़ा बनाकर पीने से रक्तचाप मे बहोत राहत मिलती है।

पाचन संबंधी समस्याओं के निपटान में [ To deal with digestive problems ]

पाचन से संबंधित समस्याओं को दूर करने के लिए भी सहजन का उपयोग किया जाता है। सहजन मे प्रचुर मात्रा मे फाइबर होते है, जो आतों की सफाई करने का काम करता है। जो पाचनतंत्र को सुचारु बनाता है। एक चम्मच सहजन के ताजी पत्तियों का रस को एक चम्मच शहद में, या  नारियल पानी मिलाकर पीने से पाचन संबंधित तमाम समस्याओं से आपको राहत मिलती है। इसके फली की सब्जियां बनाकर भी खाने से आपको कब्ज आदि समस्याओं से छुटकारा मिलता है। सहजन मे मौजूद फाइबर आतों के मल को नरम करता है। यह drumstick benefits in hindi आतों की गतिविधिया को नियंत्रित करता है। जिसकी वजह से कब्ज से राहत मिलता है। सहजन में मौजूद  प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, यह पेट मे गैस, एसिडिटी और सूजन जैसी समस्याओ मे राहत मिलती है।

सहजन के नुकसान  – The disadvantages of Drumstick

  •  अधिक मात्रा में सहजन का सेवन करने से पेट दर्द हो सकता है। डायरिया हो सकता है। या उल्टी जैसी पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
  • .सहजन का सेवन करने से ब्लड प्रेशर कम हो सकता है।  जो पहले से लो ब्लड प्रेशर वाले लोगों है, या ब्लड प्रेशर के संबंधित दवाइयां ले रहे हो तो उनके लिए हानिकारक हो सकता है।
  • सहजन की जड़, छाल और फूल गर्भवती महिलाओ के गर्भाशय में संकुचन पैदा कर सकते हैं, जिससे गर्भपात हो सकता है या अन्य जटिलताएं हो सकती हैं।
  • सहजन विशेष रूप से डायबिटीज, ब्लड प्रेशर या थायरॉइड की दवाओं के साथ लेने से प्रतिक्रिया कर सकता है।  उससे अनचाहे दुष्प्रभाव हो सकते हैं।
  • सहजन आयरन से भरपूर होता है, और इसका अत्यधिक सेवन करने से आयरन की अधिकता (Iron Overload) का कारण बन सकता है, जो हीमोक्रोमैटोसिस जैसी स्थितियों में हानिकारक है।
  • कुछ लोगों को सहजन का सेवन करने से एलर्जी हो सकती है, जिससे त्वचा पर खुजली या लाल चकत्ते हो सकते हैं।
  • सहजन की जड़ और छाल में स्पिरोचिन जैसे विषैले तत्व हो सकते हैं, जिसकी वजह से अधिक मात्रा में सेवन करने पर हानिकारक हो सकते हैं।
  • सहजन में पाए जाने वाले सक्रिय यौगिक होते है, उसके कारण अत्यधिक मात्रा में इसका सेवन शरीर में पोषण असंतुलन पैदा कर सकता है।
  • सहजन का सेवन हमेशा सीमित मात्रा में करें और यदि कोई स्वास्थ्य समस्या हो या आप गर्भवती हों, तो डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।

निष्कर्ष [conclusion]

सहजन को सही मायनों में एक “अद्भुत पेड़” कहा जा सकता है, क्योंकि इसके हर हिस्से में औषधीय और पोषण गुण पाए जाते हैं। यह न केवल स्वास्थ्य को लाभ पहुंचाता है, बल्कि विभिन्न बीमारियों के इलाज में भी मददगार है। सहजन के नियमित और संतुलित सेवन से त्वचा की चमक, पाचन तंत्र की सुचारुता, रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि, और उच्च रक्तचाप जैसे कई स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं।

हालांकि, सहजन के अत्यधिक सेवन से कुछ दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं, जैसे कि पाचन संबंधी समस्याएं, ब्लड प्रेशर में गिरावट, और एलर्जी। इसलिए इसे सीमित मात्रा में और आवश्यकतानुसार ही उपयोग करना चाहिए। विशेष परिस्थितियों में, जैसे गर्भावस्था या गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के दौरान, डॉक्टर से परामर्श लेना आवश्यक है।

सहजन के उपयोग को सही दिशा में अपनाकर हम एक स्वस्थ और सक्रिय जीवनशैली की ओर कदम बढ़ा सकते हैं। इस अद्भुत पेड़ के फायदों का लाभ उठाने के लिए इसे अपने आहार और जीवनशैली में उचित मात्रा में शामिल करें और इसके पोषण एवं औषधीय गुणों का आनंद लें।

और पढे ; कच्चा मूली खाने के फायदे और सावधानियाँ | 5 Best Muli Khane ke Fayde

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *