भीगे हुए चने खाने के फायदे | 9 Best Bhige Hue Chane Khane ke Fayde
भीगे हुए चने खाने के फायदे (Benefits of Soaked Chickpeas) कई गुना बढ़ जाते हैं जब आप इन्हें अपनी डेली डाइट में शामिल करते हैं। यह छोटा-सा दिखने वाला दाना पोषक तत्वों से भरपूर होता है और सेहत के लिए एक संपूर्ण आहार का काम करता है। भीगे हुए चने न केवल पाचन तंत्र को दुरुस्त रखते हैं, बल्कि प्रोटीन, फाइबर, विटामिन और मिनरल्स का भी बेहतरीन स्रोत हैं। इस ब्लॉग में हम आपको भीगे हुए चने खाने के फायदे (Bhige Hue Chane Khane ke Fayde) के बारे में विस्तार से बताएंगे, जिससे आप इन्हें अपनी डाइट में शामिल करके अपने स्वास्थ्य को नई ऊर्जा दे सकें।
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भीगे हुए चने खाने के फायदे से पाचन स्वास्थ्य में सुधार
भीगे हुए काले चने पाचन स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हि लाभकारि माना जाता हैं। इनमें मौजूद आहारीय रेशे (फाइबर) पाचन तंत्र कि प्रक्रिया को सुचारू बनाते हैं और भोजन के बेहतर अवशोषण में मददगार होते हैं। ये रेशे शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने के साथ-साथ पाचन तंत्र को बहुत मजबूती प्रदान करते हैं, जिससे कब्ज, अपच जैसी समस्याएं दुर होती हैं। नियमित सेवन से आंतों की गतिविधि दुरुस्त होती है और पेट संबंधी विकारों में राहत मिलती है। साथ ही, इनके सेवन से पोषक तत्वों का अधिकतम लाभ मिलता है, क्योंकि भिगोने की प्रक्रिया चनों के पोषण गुणों को बढ़ा देती है।
प्रोटीन का अच्छा स्रोत भीगे हुए चने
भीगे हुए चने प्रोटीन का बेहतरीन स्रोत होते हैं। 100 ग्राम सूखे चने में करीब 20 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है, जबकि भीगने के बाद यह मात्रा लगभग 15 ग्राम रह जाती है। इसके अलावा, चने में आयरन, कैल्शियम, फाइबर, विटामिन और हेल्दी फैट भी मौजूद होते हैं। अंकुरित चने में पोषक तत्वों की मात्रा और बढ़ जाती है, जिससे यह मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मददगार साबित हो सकता है। खासतौर पर जिम जाने वालों और एनीमिया से पीड़ित लोगों के लिए इसका सेवन फायदेमंद होता है, क्योंकि यह हीमोग्लोबिन स्तर बढ़ाने में भी सहायक होता है।
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भीगे हुए चने खाने के फायदे से रक्त शर्करा नियंत्रण करे
भीगे हुए चने ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मददगार हो सकते हैं, क्योंकि इनमें प्रोटीन, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में होते हैं। इनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिससे शुगर लेवल तेजी से नहीं बढ़ता। डायबिटीज के मरीज इसे अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं, क्योंकि यह न केवल ब्लड शुगर को संतुलित रखता है, बल्कि पाचन को भी सुधारता है। साथ ही, काला चना फाइबर से भरपूर होता है, जो कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने और वजन घटाने में भी सहायक हो सकता है।
भीगे हुए चने खाने के फायदे एनर्जी बूस्ट करे
भीगे हुए चने ऊर्जा बढ़ाने वाले प्राकृतिक स्रोत हैं, जिनमें प्रोटीन, फाइबर, विटामिन और मिनरल्स प्रचुर मात्रा में होते हैं। इनका नियमित सेवन शरीर को ताकत देता है और थकान दूर करता है। सुबह दूध में भिगोकर काले चने खाने से दिनभर एनर्जी बनी रहती है। इसके अलावा, यह वजन बढ़ाने में भी सहायक होते हैं, क्योंकि इनमें मैग्नीशियम, फास्फोरस, पोटैशियम और विभिन्न विटामिन्स मौजूद होते हैं, जो समग्र स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं।
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भीगे हुए चने खाने के फायदे से स्वस्थ हृदय
भीगे हुए चने हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होते हैं, क्योंकि इनमें मौजूद पोषक तत्व रक्त वाहिकाओं को मजबूत बनाते हैं और हार्ट अटैक के खतरे को कम करते हैं। इनमें मौजूद पोटैशियम हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में सहायक होता है, जबकि एंथोसायनिन और फाइटोन्यूट्रिएंट्स हृदय को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करते हैं। इसके अलावा, चने में पाए जाने वाले फोलेट और मैग्नीशियम भी हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में योगदान देते हैं। हृदय रोग से पीड़ित लोग इसका सेवन डॉक्टर की सलाह से करें।
वजन प्रबंधन के लिए भीगे हुए चने
भीगे हुए चने वजन बढ़ाने और घटाने, दोनों में सहायक हो सकते हैं, क्योंकि इनमें प्रोटीन, फाइबर, विटामिन और मिनरल्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। सुबह खाली पेट इनका सेवन करने से मेटाबॉलिज्म तेज होता है और लंबे समय तक भूख नहीं लगती, जिससे ओवरईटिंग से बचा जा सकता है। काला चना उच्च फाइबर और कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स के कारण वजन प्रबंधन में कारगर है, जबकि काबुली चना भी प्रोटीन और पोषण से भरपूर होता है। दोनों ही मांसपेशियों को मजबूत करने और शरीर को संतुलित रखने में मदद करते हैं, जिससे स्वस्थ तरीके से वजन नियंत्रित किया जा सकता है।
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भीगे हुए चने त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद
भीगे हुए चने त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद होते हैं, क्योंकि इनमें प्रोटीन, जिंक और अन्य जरूरी मिनरल्स पाए जाते हैं। यह बालों के फॉलिकल्स को मजबूत बनाते हैं, जिससे बालों का झड़ना कम होता है और समय से पहले सफेद होने की संभावना घटती है। चने में मौजूद बायोटिन और विटामिन बी6 बालों की ग्रोथ को बढ़ावा देते हैं। साथ ही, चने का सेवन त्वचा की एजिंग प्रक्रिया को धीमा करता है, जिससे झुर्रियां, फाइन लाइन्स और डलनेस कम होती है, और त्वचा को प्राकृतिक ग्लो और जवां बनाए रखने में मदद मिलती है।
भीगे हुए चने खाने के फायदे से हड्डियों की मजबूती करे
भीगे हुए चने हड्डियों को मजबूत बनाने में सहायक होते हैं, क्योंकि इनमें कैल्शियम, मैग्नीशियम, मैंगनीज और जिंक जैसे आवश्यक पोषक तत्व मौजूद होते हैं। ये हड्डियों की डेंसिटी बढ़ाने और जोड़ों के लचीलेपन को सुधारने में मदद करते हैं। नियमित रूप से चने, बादाम और मूंगफली का सेवन करने से हड्डियों की कमजोरी दूर होती है और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याओं का जोखिम कम होता है। खासकर, सुबह खाली पेट भीगे चने और मूंगफली खाने से हड्डियां मजबूत होती हैं और जोड़ों के दर्द में राहत मिलती है।
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भीगे हुए चने खाने के फायदे से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए
नियमित रूप से भीगे चने का सेवन करने से हड्डियां मजबूत होती हैं और कमजोरी दूर होती है। इनमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और जिंक शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करते हैं, जिससे संक्रमण का खतरा कम होता है औरबहुत अच्छा बनाता है स्वास्थ्य रहता है।
भीगे हुए चने कैसे खाएं?
भीगे हुए चने को कई तरह से डाइट में शामिल किया जा सकता है। इन्हें अंकुरित करके, भूनकर या उबालकर खाया जा सकता है। अंकुरित चने में पोषक तत्वों की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे यह अधिक फायदेमंद हो जाता है। भुने हुए चने स्वादिष्ट होते हैं और सर्दी-जुकाम या कफ विकार में लाभदायक माने जाते हैं। डायबिटीज और थायराइड रोगियों के लिए भी यह उपयोगी हैं। रातभर भिगोए हुए चनों को सुबह खाली पेट नींबू, सेंधा नमक या हल्के मसालों के साथ खाने से अधिक लाभ मिलता है। इन्हें मूंगफली, मूंग, किशमिश और गुड़ के साथ मिलाकर भी खाया जा सकता है।
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भीगे हुए चने खाने की सावधानियाँ
भीगे हुए चने से कई स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं, लेकिन अधिक मात्रा में सेवन से पेट संबंधी समस्याएं हो सकती हैं, जैसे गैस और सूजन। कुछ लोगों को चने से एलर्जी हो सकती है, इसलिए सावधानी जरूरी है। चने को हमेशा भिगोकर या अंकुरित करके ही खाना चाहिए, कच्चे चने से बचना चाहिए। सीमित मात्रा में ही इसका सेवन फायदेमंद होता है, खासकर उन लोगों के लिए जो कम शारीरिक गतिविधि करते हैं। गर्मियों में बिना अंकुरित किए चना खाने से परेशानी हो सकती है। यदि चने से खुजली, उल्टी या एलर्जी हो, तो इसका सेवन न करें। साथ ही, चने के तुरंत बाद दूध, अंडा, अचार, करेला या लहसुन खाने से बचना चाहिए।
निष्कर्ष
भीगे हुए चने सेहत के लिए बेहद फायदेमंद हैं। ये पाचन सुधारते हैं, हड्डियों को मजबूत बनाते हैं, ऊर्जा बढ़ाते हैं और हृदय को स्वस्थ रखते हैं। साथ ही, ये इम्यूनिटी बूस्ट करने, वजन प्रबंधन और ब्लड शुगर नियंत्रित करने में भी मददगार हैं। हालांकि, अधिक मात्रा में सेवन से गैस या एलर्जी जैसी समस्याएं हो सकती हैं, इसलिए इन्हें संतुलित मात्रा में ही खाएं और जरूरत पड़ने पर डॉक्टर की सलाह लें।
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