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Toggleदांतों के लिए वरदान नीम की दातुन | Neem ke Datun ke Fayade
नीम का पेड़ भारतीय घरों में विशेष महत्व रखता है। मीठी नीम (करी पत्ता) खाने में स्वाद बढ़ाने के लिए और कड़वी नीम औषधि के रूप में उपयोगी होती है। वातावरण शुद्ध रखने और दांतों की सेहत के लिए भी नीम फायदेमंद है। पुराने समय से नीम की दातुन का उपयोग दांत साफ करने के लिए किया जाता रहा है।
आयुर्वेद में नीम को एक महत्वपूर्ण हर्ब माना गया है। डॉक्टर पी.एस. फाड़के की किताब ‘होम डॉक्टर: नेचुरल हीलिंग’ के अनुसार, नीम के हर हिस्से में एंटीसेप्टिक गुण होते हैं। इसका तेल बालों और त्वचा के लिए लाभदायक है, और दातुन दांत व मसूड़ों के लिए फायदेमंद। आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉक्टर प्रमोद भी नीम की दातुन को दांतों के लिए लाभकारी मानते हैं।
नीम की दातुन का उपयोग करने का तरीका (How to use Neem Datun)
- सबसे पहले, नीम की एक ताजगी से भरी टहनी लें और उसके पत्तों को तोड़कर हटा दें।
- अब, टहनी के एक सिरे को 1 से 2 इंच तक चबाना शुरू करें। इसे चबाते हुए, यह धीरे-धीरे टूटकर छोटे-छोटे रेशे (बालों जैसा रूप) में बदल जाएगा।
- जब टहनी से छोटे रेशे निकल आएं, तो इस डंडी का उपयोग करते हुए अपने दांतों को ब्रश करें। जैसे आप सामान्य टूथब्रश का इस्तेमाल करते हैं, वैसे ही दांतों को धीरे-धीरे और अच्छे से साफ करें।
- इसे सुबह और रात दोनों समय उपयोग किया जा सकता है, ताकि दांतों की सफाई और मसूड़ों की सेहत बनी रहे।
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नीम के दातुन दांतों में लगे कीड़े को कैसे खत्म करें? (How to get rid of tooth bugs using neem toothpicks?)
दांतों को कीड़ों से बचाने के लिए सही सफाई बेहद जरूरी है। अक्सर सफाई में कमी के कारण दांतों में कीड़े लग जाते हैं, जो उन्हें कमजोर और खोखला बना देते हैं। इससे बचने के लिए रोज सुबह नीम की दातुन का उपयोग करें। नीम में मौजूद किटाणुनाशक गुण दांतों को कीड़ों से सुरक्षित रखते हैं और नियमित उपयोग से इस समस्या से बचा जा सकता है। साथ ही आप फिटकरी का पाउडर लेंकर उसमें सेंधा नमक मिलाकर एक पेस्ट तैयार करें। इस पेस्ट को नीम के दातुन की सहायता से प्रभावित दांतों पर लगाएं। यह उपाय दांतों में लगे कीड़े से छुटकारा पाने में सहायक हो सकता है।
नीम की दातुन से मसूड़ों की मजबूती (Strengthening gums with Neem tooth brush)
नीम की दातुन से रोजाना दांत साफ करने का एक प्रमुख लाभ यह है कि यह मसूड़ों को मजबूत बनाती है। विशेष रूप से, दातुन को ऊपरी दांतों पर ऊपर से नीचे और निचले दांतों पर नीचे से ऊपर की ओर इस्तेमाल करने से मसूड़े मजबूत और स्वस्थ रहते हैं। नीम की दातुन में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो दांतों और मसूड़ों से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं। नीम की दातुन मसूड़ों की सूजन और खून आने की समस्या को भी कम करती है।
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मसूड़ों के लिए नीम का उपयोग कैसे करें? (How to use neem for gums?)
नीम की टहनी चबाना दांत और मसूड़ों को प्राकृतिक रूप से साफ करने के सबसे पुराने तरीकों में से एक है। यदि आप पारंपरिक टूथब्रश का उपयोग नहीं करना चाहते, तो नीम की टहनियाँ एक शानदार विकल्प हैं, जो सफाई और उपचार का फायदा एक साथ देती हैं।
नीम के दातुन से पायरिया का उपचार (Treatment of pyorrhea with neem toothbrush)
नीम की दातुन से नियमित रूप से दांत साफ करने पर पायरिया की समस्या से बचा जा सकता है। इसके लिए दातुन को दांतों के चारों ओर सही तरीके से घुमाते हुए सफाई करनी चाहिए, ताकि दांत पूरी तरह से साफ हो सकें। साथ ही आप नीम के पत्तों को पीसकर उनका पेस्ट तैयार करें और इसे अपने दांतों पर नीम की दातुन से ही लगाएं। इससे नीम की कड़वाहट की ज्यादा मात्रा में लाभ लिया जाता है। अन्य तरीका यह है कि नीम के पत्तों को उबालकर उनका पानी छान लें और इस पानी से कुल्ला करें। इन दोनों उपायों को आपको नीम की दातुन करने के साथ ही करना चाहिए। नीम के पत्तों में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो दांतों में पायरिया जैसी समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं और दांतों को स्वस्थ बनाए रखते हैं।
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नीम का दातुन दांतों के दर्द में असरदार (Neem tooth brush is effective for toothache)
दांतों के दर्द से राहत पाने के लिए नीम की दातुन बहुत प्रभावी है। इसे अच्छी तरह धोकर धीरे-धीरे चबाने पर जो रस निकलता है, वह दर्द को कम करने में मदद करता है। नीम में मौजूद एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल और एंटी-वायरल गुण दांतों की समस्याओं को दूर करने में सहायक होते हैं। नीम की दातुन से दांतों की सफाई करने से न केवल दांत साफ होते हैं, बल्कि यह दांतों के दर्द से भी राहत प्रदान करता है। नियमित रूप से इसका उपयोग करने से दांत और मसूड़े दोनों स्वस्थ रहते हैं और दर्द में भी कमी आती है।
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नीम का दातुन दांतों का पीलापन दूर करता है। (Neem tooth brush removes yellowness of teeth.)
आजकल दांतों का पीला पड़ना एक आम समस्या बन गई है, जिसका मुख्य कारण जंक फूड का अधिक सेवन है। लोग इस समस्या को दूर करने के लिए महंगे इलाज करवाते हैं, लेकिन फिर भी यह पूरी तरह ठीक नहीं होती। नीम की दातुन से निकलने वाला रस दांतों का पीलापन दूर करने में मदद करता है, जिससे दांत सफेद, स्वस्थ और चमकदार बनते हैं।
नीम की दातुन का इस्तेमाल में रखने वाली सावधानियां (Precautions to be taken while using neem toothpick)
- नीम की दातुन को सूखी जगह रखें और अत्यधिक नमी से बचाएं, ताकि यह लंबे समय तक सुरक्षित रहे।
- जब नीम की दातुन बहुत भुरभुरी या कठिन हो जाए, तो इसे बदल लें क्योंकि इससे दांतों की सफाई में प्रभावी परिणाम नहीं मिलेंगे।
- यदि नीम की दातुन पर मोल्ड या फंगस लगे हों, तो उसे बिल्कुल इस्तेमाल न करें, क्योंकि इससे स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर पड़ सकता है।
- बच्चों को नीम की दातुन से दांत साफ़ करने से बचाएं, क्योंकि इससे उनके दांत कमजोर हो सकते हैं और नुकसान हो सकता है।
- गर्भवती महिलाओं को भी नीम की दातुन का उपयोग नहीं करना चाहिए, क्योंकि इसकी कड़वाहट की वजह से उन्हें जी मिचलाने या उल्टी हो सकती है।
- नीम की दातुन से दांत साफ़ करने के बाद मुंह को पानी से अच्छी तरह से कुल्ला करें, ताकि किसी भी बची हुई सामग्री से मुंह साफ़ हो जाए।
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निष्कर्ष (Conclusion)
नीम की दातुन दांतों और मसूड़ों के लिए एक प्राकृतिक और प्रभावी उपाय है। इसके नियमित उपयोग से दांतों का सफाई, मसूड़ों की मजबूती, पायरिया और दांतों के दर्द से राहत मिलती है। नीम के दातुन में एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो दांतों और मसूड़ों की कई समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं। यह एक प्राकृतिक माउथ फ्रेशनर भी है जो मुंह की बदबू को समाप्त करता है। हालांकि, इसे सही तरीके से और सावधानी से उपयोग करना जरूरी है ताकि इसके अधिकतम फायदे मिल सकें। नीम की दातुन को अपनी दिनचर्या में शामिल करना दांतों और मसूड़ों की सेहत को बेहतर बनाने का एक सरल और प्रभावी तरीका हो सकता है।