नीम का गोंद खाने के फायदे | 6 Best Benefits of Eating Neem Gum
नीम का गोंद खाने से क्या होता है? (What happens if you eat neem gum?)
नीम का गोंद सेहत के लिए कई प्रकार से फायदेमंद होता है। यह न केवल रक्त संचार को बढ़ाने में मदद करता है, बल्कि शरीर को स्फूर्ति और ऊर्जा भी प्रदान करता है। इसे “ईस्ट इंडिया गम” के नाम से भी जाना जाता है और इसमें अद्भुत औषधीय गुण पाए जाते हैं। नीम का गोंद दवाओं में उपयोग किया जाता है और इसे खाने से शरीर की ताकत बढ़ती है। गोंद का सेवन हड्डियों को मजबूत बनाता है, दिल की बीमारियों के जोखिम को कम करता है, और शरीर को गर्म रखने में सहायक होता है। यह पेट से जुड़ी समस्याओं, जैसे कब्ज, दस्त और IBS, को नियंत्रित करता है और एसिडिटी को भी संतुलित रखने में मदद करता है।
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नीम का गोंद: क्या है और इसे कैसे प्राप्त करें? (Neem Gum: What is it and how to get it?)
नीम का गोंद नीम के पेड़ की छाल से प्राप्त होने वाला एक प्राकृतिक पदार्थ है, जिसमें जटिल पॉलीसेकेराइड होते हैं। यह भूरे रंग का, चमकीला और साफ़ होता है, जो ठंडे पानी में आसानी से घुल जाता है। इसमें ग्लूकोज़, मैनोज़, ज़ाइलोज़, और फ़्रुक्टोज़ जैसे महत्वपूर्ण तत्व मौजूद होते हैं।
नीम का गोंद नीम के औषधीय गुणों से भरपूर होता है और इसके सामान्य उपयोग अन्य गोंदों के समान ही हैं। यह रक्त प्रवाह को बेहतर बनाता है और शरीर में स्फूर्ति लाने में मदद करता है। इसके साथ ही, इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण भी मौजूद होते हैं, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने में सहायक होते हैं। हालांकि, नीम के गोंद का कोई विशेष या अलग लाभ न होने की बात कही जाती है, लेकिन इसके औषधीय गुण इसे खास बनाते हैं। यह प्राकृतिक रूप से शरीर को ऊर्जा देने और रक्त संचार को सुधारने में मदद करता है।
नीम का गोंद विभिन्न रूपों में उपलब्ध है, जिससे लोग अपनी आवश्यकताओं और सुविधा के अनुसार चुनाव कर सकते हैं। यह प्राकृतिक रूप में, पाउडर के रूप में, और कैप्सूल व टैबलेट के रूप में भी मिलता है। प्राकृतिक रूप में इसका उपयोग पारंपरिक तरीकों से किया जाता है, जबकि पाउडर और कैप्सूल/टैबलेट रूप में इसका उपयोग आधुनिक और सुविधाजनक तरीकों से किया जा सकता है।
नीम का गोंद कैसे खाएं? (How to eat Neem gum?)
नीम के गोंद का पाउडर
नीम के पाउडर या गोंद को गर्म पानी में मिलाकर पीना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है। आप सुबह के समय एक गिलास गुनगुने पानी में 1 चम्मच नीम पाउडर मिलाकर इसका सेवन कर सकते हैं। यह तरीका शरीर को डिटॉक्स करने और कई समस्याओं में राहत देने में मदद करता है। इसके अलावा, नीम की पत्तियों या निंबोली को पानी में उबालकर भी इसका उपयोग किया जा सकता है। खासतौर पर मधुमेह से पीड़ित लोगों के लिए यह लाभकारी है, क्योंकि नीम में मौजूद यौगिक रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं। नियमित रूप से नीम का पानी पीने से संपूर्ण स्वास्थ्य में सुधार होता है।
नीम के पाउडर के लड्डू
नीम का गोंद भले ही कम इस्तेमाल किया जाता हो, लेकिन इसके स्वास्थ्य लाभ अद्वितीय हैं। इसका सेवन खून की गति बढ़ाने और शरीर में स्फूर्ति लाने के लिए किया जाता है। यह आयुर्वेदिक दवाओं में प्रमुख घटक के रूप में उपयोग होता है। नीम के गोंद से बने लड्डू पोषण और औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं। इन्हें बनाने में गोंद के साथ घी, चीनी, सूखे मेवे, और किशमिश का इस्तेमाल किया जाता है। नीम के गोंद में एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो सूजन कम करने और ऊर्जा प्रदान करने में मदद करते हैं। इसके लड्डू हड्डियों को मजबूत बनाते हैं और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। औषधि निर्माण में नीम के गोंद का उपयोग थिकनर, बाइंडर, और एंटीऑक्सीडेंट के रूप में किया जाता है।
नीम का गोंद सेवन करने की मात्रा
नीम का गोंद सेवन करने की मात्रा और तरीका व्यक्ति की आवश्यकता पर निर्भर करता है। इसे पानी या दूध में भिगोकर पीया जा सकता है, या फिर घी और तेल में तलकर खाया जा सकता है। इसके अलावा, नीम के गोंद से लड्डू और मिठाइयाँ भी बनाई जा सकती हैं। इसका सेवन पेट की समस्याओं, जैसे एसिडिटी और अपच, में आराम दिलाने में सहायक होता है। यह गले और मुंह की सफाई में भी मदद करता है। 10-20 ग्राम गोंद को पानी में भिगोकर, उसमें मिश्री मिलाकर शर्बत के रूप में लेने से रक्त प्रदर की समस्या से राहत मिलती है। नियमित रूप से दूध के साथ लेने पर यह थकान, कमजोरी, चक्कर, उल्टी, और माइग्रेन जैसी समस्याओं को दूर करने में सहायक होता है।
नीम के पेड़ का गोंद किस काम में आता है? (What is the use of Neem tree gum?)
नीम के गोंद, जिसे ईस्ट इंडिया गम भी कहा जाता है, में औषधीय गुण होते हैं जो रक्त प्रवाह बढ़ाने और स्फूर्ति देने में मदद करते हैं। इसका उपयोग दवाओं, टैबलेट बाइंडर, गाढ़ा करने वाले एजेंट, और रेशम रंगाई जैसे कई उद्योगों में किया जाता है।
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नीम का गोंद खाने के फायदे (Neem Ka Gond Khane Ke Fayde)
नीम का गोंद खाने से शरीर डिटॉक्सिफाय होता है।
नीम का पाउडर और गोंद रक्त को शुद्ध कर शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करते हैं, जिससे कील-मुंहासे और दाग-धब्बे जैसी त्वचा समस्याएं दूर होती हैं। इसके अलावा, यह खराब कोलेस्ट्रॉल को कम कर अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में सहायक होता है। नीम के गोंद में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और दाहरोधी गुण सूजन कम करने में भी प्रभावी होते हैं।
नीम का गोंद खाने से इम्यूनिटी बूस्ट होती है।
नीम का गोंद आयुर्वेदिक दवाओं में उपयोगी होता है और इसे कई औषधियों में शामिल किया जाता है। यह खून की गति बढ़ाने और शरीर में स्फूर्ति लाने में मदद करता है। गोंद और आटे से बने लड्डू इम्यूनिटी को बूस्ट करते हैं, जबकि गोंद से बनी चीजें दिल की बीमारियों का खतरा कम करती हैं। नीम के रोगाणुरोधी गुण बैक्टीरियल, वायरल और फंगल संक्रमण से बचाने में सहायक होते हैं।
क्या नीम का गोंद खाने से मधुमेह नियंत्रण में रहेता है?
नहीं, नीम का गोंद ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में सहायक नहीं है, लेकिन नीम की पत्तियां इस काम में मददगार होती हैं। इनमें एंटी-हाइपरग्लाइसेमिक गुण पाए जाते हैं, जो ब्लड शुगर और ग्लूकोज़ लेवल को संतुलित रखने में मदद करते हैं। नीम की पत्तियों में मौजूद ग्लाइकोसाइड्स इंसुलिन उत्पादक कोशिकाओं को सुधारने और खून को साफ करने में सहायक होते हैं।
नीम का गोंद खाने जोड़ों के दर्द से राहत
हाँ, नीम का गोंद जोड़ों के दर्द में लाभकारी हो सकता है। इसमें मौजूद कैल्शियम और मैग्नीशियम हड्डियों को मजबूत बनाने और जोड़ों में चिकनाई बनाए रखने में मदद करते हैं। गोंद का नियमित सेवन जोड़ों के दर्द में राहत देता है। नीम की छाल का पेस्ट या अर्क भी दर्द वाले स्थान पर लगाने या सेवन करने से लाभकारी साबित होता है।
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नीम का गोंद खाने त्वचा की देखभाल
नीम के गोंद में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो इसे त्वचा की देखभाल के लिए उपयोगी बनाते हैं। यह त्वचा की सूजन को कम करने, मुंहासों का उपचार करने और दाग-धब्बे हल्के करने में मदद करता है। नीम विटामिन ई का अच्छा स्रोत है, जो क्षतिग्रस्त त्वचा कोशिकाओं की मरम्मत में सहायक होता है। साथ ही, इसका उपयोग खाद्य और औषधि उद्योगों में भी किया जाता है।
नीम का गोंद खाने पाचन तंत्र सुधार
नीम के सूजन-रोधी गुण पाचन तंत्र को शांत करते हैं और कब्ज जैसी समस्याओं को कम करने में मदद करते हैं। इसके एंटीऑक्सीडेंट लिवर के कार्य को बेहतर बनाते हैं और लिवर संबंधी बीमारियों का खतरा घटाते हैं। अपच और कब्ज में राहत प्रदान करता है।
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निष्कर्ष (Conclusion)
कुल मिलाकर, नीम का गोंद एक प्राकृतिक औषधीय गुणों से भरपूर पदार्थ है, जो शरीर की विभिन्न समस्याओं से निपटने में सहायक है। चाहे वह रक्त संचार को सुधारना हो, त्वचा की देखभाल करना हो, या पाचन तंत्र को स्वस्थ रखना हो, नीम का गोंद अनेक लाभ प्रदान करता है। हालांकि, इसका सेवन सावधानीपूर्वक और उचित मात्रा में करना चाहिए, और किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है।
अस्वीकरण:
यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से है और इसे किसी भी प्रकार की चिकित्सीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। नीम के गोंद या किसी भी औषधीय पदार्थ का सेवन करने से पहले कृपया अपने डॉक्टर या विशेषज्ञ से परामर्श लें।
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