अडूसा के फायदे और सावधानियां

अडूसा के फायदे और सावधानियां | 6 Best Benefits and Precautions of Adhatoda

अडूसा के फायदे और सावधानियां | Benefits and Precautions of Adhatoda

अडूसा का उपयोग सदियों से मे औषधीय रूप से  इस्तेमाल किया जाता है।अडूसा मे औषधीय गुण होता है। अडूसा को हमारे दादा दादी सर्दी जुकाम जैसी बीमारियो से लड़ने के लिए करते थे। अडूसा वात पित और कफ जैसी  बीमारियों मे बहुत काम आता आता है। अड़ूसा का दूसरा नाम वासा है। अडूसा वैज्ञानिक नाम वसाका  (vasaka)है। और यह Adhatoda vasica नामक पौधे के रूप में भी जाना जाता है।यह पौधा भारत मे खासकर गर्म और आद्र  क्षेत्रो मे देखने मिलता है। अड़ूसा खासकर स्वसनतंत्र सबंधित समस्याए से राहत देता है।

अडूसा का सांस की समस्या में क्या रोल है?

अडूसा की सबसे बड़ी खासियत है की उसमें  एल्कलॉइड्स और फ्लावोनॉइड्स   पाए  जाते  हैं, जो सांस की नलिकाओं को शांत करता है, और उसे  साफ करने का काम करते हैं। यह एक प्राकृतिक ब्रोंकोडायलेटर के रूप में काम करता है, जो सांस लेने की तकलीफ को दूर करता है। इसके अलावा, अडूसा में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-खांसी गुण भी होते हैं, जो खांसी और सांस की तकलीफ को दूर करने में मददगार साबित होते हैं।

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अडूसा का उपयोग कैसे के?

अडूसा के पत्ते का काढ़ा

अडूसा के पत्तों और जड़ों को पानी के साथ उबालकर काढ़ा बनाते है। ये काढ़ा  दिन मे दो बार पीने से बहोत फायदा होता है। यह काढ़ा  बनाकर पीने से स्वसन की समस्या मे बहोत लाभ मिलता है।

अडूसा का चूर्ण बनाकर

अडूसा का उपयोग चूर्ण बनाकर भी किया जाता है। अड़ूसा के सूखे पत्तों का पावडर बनाकर उसे शहद या दही  के साथ सेवन करने से बहोत फायदे होते है। ये गले मे राहत देता है,और सांस की नलिकाओ को खोल देता है।

अडूसा के पत्ते का रस बनाकर

अडूसा की ताजी पत्तियों का रस बनाकर सेवन करना प्रभावी तरीका है। उसका सेवन करने से बहोत फायदा मिलता है।

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अडूसा के पत्ते का स्टीम इनहलेशन लेकर

अडूसा के पत्तों को गरम पानी में डालकर उनका स्टीम लेना भी एक आसान तरीका है। इससे सांस लेने में सुविधा होती है और सांस की नलिकाओं की सफाई भी होती है। जिससे सांस की तकलफ़े दूर होती है।

अडूसा के फायदे:-

अडूसा में रक्तशोधक गुण होता है

  • अडूसा मे रक्त शोधक गुण होने के कारण इसका सेवन करने से रक्त साफ होता है।
  • अडूसा मे रक्त सबंधी गुण होने कारण त्वचा सबंधी समस्याओ मे लाभ मिलता है।
  • अडूसा का सेवन करने से प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने का काम करता है। और ये संक्रमण से बचाव करता है।
  • अडूसा के सेवन करने से शरीर के विभिन्न अंगों को डिटॉक्सीफाई करता है। जो सम्पूर्ण स्वास्थ को सुधार करने का काम करता है।

अडूसा स्वसन सबंधी समस्या मे राहत देता है। 

अडूसा खाने से हमारे शरीर मे  म्यूकोलिटिक (म्यूकस को तोड़ने वाला)गुण मिलता है। ये गुण से  हमारे शरीर मे सांस लेने की समस्या मे राहत मिलता है।यह हमारे शरीर से हानिकारक टॉक्सिन्स को बाहर निकालने का काम करता है। इसलिए सांस लेने की तकलीफ मे काफी हद तक सुधार लाने का काम करता है।

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अडूसा से अस्थमा और ब्रोंकाइटिस में राहत

अडूसा हमारे शरीर मे अस्थमा और ब्रोंकाइटिस जैसी बीमारियों में प्रभावी होता है। यह हमारी  सांस लेने  की नलिकाओं को साफ करने काम करता है और नालियों में जो सूजन होती है, उसे कम करने का करता है, जिससे हमे सांस लेने में आसानी होती है। अडूसा का इस्तेमाल करने से खांसी से राहत मिलती है। और छाती में जमे हुए म्यूकस निकाल जाते है।

अडूसा खांसी और सर्दी में असरकारक रहेता है। 

अडूसा के पत्ते या उस से बना हुआ सिरप लेने से खांसी की बीमारी मे तुरंत राहत मिलती है। यह खांसी को रोकने का काम करता है। और नाक को खोलने में मदद करता है, जिससे सांस लेने में बड़ी आसानी होती है।

अडूसा सांस की नलिकाओं की सफाई करता है। 

अडूसा के पत्तों को गरम पानी में उबालकर पीना भी एक प्रभावी उपाय है। यह सांस की नलिकाओं को साफ करने का  काम करता है। और आपके श्वसन मार्ग को खोलने का काम करता है। उसकी वजह से सांस लेने मे आसानी होती है।

अडूसा का उपयोग करने से पहले कुछ सावधानियां:-

  • सलाह लें: अडूसा का उपयोग करने से बहोत फायदा मिलता है,लेकिन पहले किसी आयुर्वेदिक विशेषज्ञ से सलाह लेना जरूरी है, या अपने  डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है। क्योंकि  खासकर अगर आपको किसी प्रकार की क्रॉनिक बीमारी हो।
  • डोज़: अडूसा का सेवन सही मात्रा में करना चाहिए, वरना इसके कुछ प्रतिकूल प्रभाव हो सकते हैं। इसलिए, हमेशा उचित मात्रा का ही सेवन करना जरूरी है।
  • एलर्जी की प्रतिक्रिया: अगर आपको किसी भी हर्बल उपचार से एलर्जी हो रही है, तो अडूसा का उपयोग करना टाले। ताकि आपको कोई नुकशान भुगतना न पड़े।

निष्कर्ष (Conclusion)

सांस की समस्या एक ऐसी स्थिति है जो व्यक्ति की दिनचर्या को प्रभावित कर सकती है। अडूसा एक प्राकृतिक और प्राचीन उपाय है जो इस समस्या को दूर करने में मददगार हो सकता है। इसके अनेक स्वास्थ्य लाभ मिलते है, जो सांस की तकलीफ से बहोत राहत और उससे जुड़ी समस्याओं को काफी हद तक कम करने में मदद कर सकते हैं। लेकिन, इसका उपयोग सही तरीके से और सही मात्रा में करना जरूरी है।

हमेशा याद रखें कि कोई भी प्राकृतिक उपचार से पहले अपने डॉक्टर या स्वास्थ्य विशेषज्ञ की सलाह से ही उपयोग करना ही सही तरीका है, ताकि आपको किसी भी प्रकार की गंभीर समस्या न हो।

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